>

Guru Gochar 2022 - Jupiter Transit 2022


गोचर में बृहस्पति ग्रह को गुरु के रूप में माना जाता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार बृहस्पति, ग्रह मंडल में मुख्य ग्रह के रूप में माने जाते है। वह विद्वता और स्थायित्व के लिए प्रसिद्ध है। बृहस्पति ग्रह जन्म पत्रिकाओं में महत्वपूर्ण भूमिका में होते हैं। बृहस्पति पूर्वोत्तर दिशा के स्वामी, पुरुष, आकाश तत्व, और पीले रंग, के लिए जाने जाते है। जन्म पत्रिका में ख़ासकर केंद्र स्थानों में से बृहस्पति का प्रभाव बहुत ही अच्छा माना जाता है। बृहस्पति ग्रह यदि चंद्रमा के साथ युति करते हुए या फिर दृष्टि से संबंध स्थापित करते हैं, तो बहुत ही सुंदर योगों का निर्माण होता है और चंद्रमा के साथ बृहस्पति होने से गुरू श्रेष्ठबली भी हो जाते है। गोचर में बृहस्पति पांचवें भाव के कारक ग्रह भी है जिससे की विद्या अर्जन,पुत्र, पौत्र इत्यादि का विचार किया जाता है और बृहस्पति राशि चक्र में गोचर करते हुए,एक वर्ष में 30 डिग्री (एक राशि) भोग (गति) करते हैं। राशि चक्र का पूरा भ्रमण बृहस्पति ग्रह 12 वर्षों में पूर्ण कर पाते है।

बृहस्पति गोचर अवस्था व प्रभाव

भारत वर्ष में होने वाले प्रसिद्ध कुंभ मेलों के ऊपर बृहस्पति के गोचर का सबसे बड़ा प्रभाव माना जाता है। या फिर ऐसा भी कह सकते हैं, कि कुंभ मेला बृहस्पति के गोचर के ऊपर ही निर्भर करते है। कर्क राशि में गुरू पाँच डिग्री तक उच्च के माने जाते हैं, जहाँ उनका पूर्ण प्रभाव मिलता है। इसके साथ ही मकर राशि में बृहस्पति पाँच डिग्री तक ही नीच स्तर मे होते है, वहाँ पर उनका प्रभाव अच्छा नहीं माना जाता है। यदि हम बृहस्पति ग्रह के संबंधो के बिषय में बात करे तो बृहस्पति ग्रह के सूर्य, चंद्र, मंगल, मित्र ग्रह हैं और इसके साथ ही बुध और शुक्र परम शत्रु हैं तथा शनि के साथ बृहस्पति का संबंध समान भावी है। अपने मित्रों अपने मित्र ग्रहों के साथ बृहस्पति का प्रभाव युति में और उनकी राशियों में शुभ फलकारक माना जाता है। शत्रुओं के साथ उनका प्रभाव कुछ दोष कारक माना जाता है, समान व्यवाहर शनि के साथ बृहस्पति का प्रभाव सामान्य माना जाता है। कुल मिलाकर गोचर में बृहस्पति की स्थिति सुनिश्चित कर पाते है कि जातक किस प्रकार से सामाजिक स्थिति, आर्थिक स्थिति, और पारिवारिक स्थिति को प्राप्त कर रहा हैं।

मित्र सम शत्रु उच्च नीच स्वराशि कारक राशि परिवर्तन समय
सूर्य, चन्द्र, मंगल शनि बुध, शुक्र कर्क 5° मकर 5° धनु, मीन धन, पुत्र 13 माह

आइये जानते हैं की कब और किस राशि में बृहस्पति ग्रह का राशि परिवर्तन हो रहा हैं। बृहस्पति ग्रह का गोचर आपकी राशि पर क्या परिवर्तन लायेगा? जानिए सम्पूर्ण जानकारी बृहस्पति ग्रह के राशि परिवर्तन को लेके।

जानिए आपकी कुंडली पर ग्रहों के गोचर की स्तिथि और उनका प्रभाव, अभी एस्ट्रोस्वामीजी के प्रसिद्ध ज्योतिषाचार्यो से परामर्श करें।

ग्रह बृहस्पति राशि परिवर्तन 2022 तिथि व समय

बृहस्पति का राशि परिवर्तन तिथि समय
धनु से मकर राशि में सोमवार, 30 मार्च, 2022 3:50 AM
मकर वक्री गुरुवार, 14 मई, 2022 7:58 PM
धनु वक्री मंगलवार, 30 जून, 2022 5:25 AM
धनु मार्गी रविवार, 13 सितंबर, 2022 6:12 AM
धनु से मकर राशि में शुक्रवार, 20 नवंबर, 2022 1:22 PM
मकर से कुम्भ राशि में मंगलवार, 06 अप्रैल, 2022 12:23 AM
मंगल गोचर

मंगल गोचर 2022

मंगल ग्रह ज्योतिषशास्त्र के अनुसार ग्रह गोचर में अपना तीसरा स्थान रखते हैं। मंगल ग्रह को भौम या भूमिपुत्र भी कहा गया है। मंगल अग्नि तत्व और क्रोध के देवता....

बुध गोचर

बुध गोचर 2022

ग्रह गोचर में बुध ग्रह का स्थान चतुर्थ स्थान पर आता है। बुध को ज्योतिष शास्त्र के अनुसार बुद्धि का तथा प्रखरता का स्वामी माना जाता है। पौराणिक शास्त्रों....

शुक्र गोचर

शुक्र गोचर 2022

ग्रह गोचर में छटठा स्थान शुक्र ग्रह का है। शुक्र ग्रह हिन्दू धर्मशास्त्रों के अनुसार दैत्यगुरु के रूप में भी जाने जाते हैं | ग्रह गोचर में शुक्र को जीवन का कारक ग्रह ....

शनि गोचर

शनि गोचर 2022

गृह गोचर में शनि ग्रह का क्रम सातवें स्थान पर आता है। पौराणिक शास्त्रों के अनुसार शनि, सूर्य के पुत्र हैं। इसके साथ ही शनि को न्याय का देवता भी कहा जाता है। शनि का रंग....

राहु गोचर

राहु गोचर 2022

ग्रह गोचर में राहु का क्रमांक आठवें स्थान पर आता है। राहु ग्रह को बल कारक भी माना जाता है। इसके साथ ही मति भ्रामकता का भी एक कारण राहु ग्रह को....

केतु गोचर

केतु गोचर 2022

ग्रह गोचर के क्रम अनुसार केतु का स्थान नवाँ हैं। केतु को कृष्ण वर्ण वाला ग्रह माना जाता है। साथ ही केतु की आकृति ध्वजा के जैसी मानी जाती है। केतु को ....

सूर्य ग्रहण

सूर्य ग्रहण 2022

ग्रह गोचर में सूर्य ग्रहण को एक आश्चर्यजनक खगोलीय घटना मानी जाती है। सूर्य ग्रहण गोचर कि वह स्थिति है, जिसको कि हम लोग अपनी आँखों के माध्यम....

सूर्य गोचर

सूर्य गोचर 2022

सूर्य ग्रह, ग्रहों में अपना सबसे पहला स्थान रखते हैं। तो यदि हम ग्रह गोचर की बात करें तो विशेषकर सूर्य 14 अप्रैल से लेकर 15 मई के बीच....

चंद्र ग्रहण

चंद्र ग्रहण 2022

ग्रह गोचर में सूर्य और चंद्र के बीच जब पृथ्वी आ जाती है और पृथ्वी की छाया चंद्र ग्रहण के ऊपर पड़ती है तो चंद्र ग्रहण का परिदृश्य सामने होता है। यह एक अद्भुत....

चंद्र गोचर

चंद्र गोचर 2022

ग्रह गोचर में चंद्र ग्रह कि बहुत ही बड़ी भूमिका मानी जाती है। भारतीय ज्योतिष शास्त्र के अनुसार चंद्र नवग्रहों में महत्वपूर्ण स्थान रखता है। वेद शास्त्रों में....