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मेरा नाम भरत कुमार शर्मा पिता का नाम मदन लाल शर्मा है में गिलूण्ड जिला चित्तौड़गढ़ का मूल निवासी हु में एक वैदिक एस्ट्रोलॉजर हु साथ ही हस्त रेखा ,वास्तु, कर्म कांड पूजा पाठ आदि का भी नोलेज रखता हूं साथ ही संगीत का भी जानकार हु मेरा अध्यन मोहनलाल सुखाड़िया यूनिवर्सिटी उदयपुर से हुआ है जिसमे मेने संस्कृत से बीए शास्त्री किया है तथा मैं अपने आप को एक भाग्यशाली मानता हूं कि मुझ पर गुरुओं की कृपा हुई और मैंने गुरुओं की सन्निधि में रहकर ज्योतिषीय ज्ञान अर्जित किया तथा काफी लोगों को कुंडली के माध्यम से ,प्रश्न कुंडली के माध्यम से वास्तु, हस्तरेखा, नाड़ी ज्योतिष और अंक ज्योतिष के माध्यम से काफी फलादेश किए और अनेक लोगों को ज्योतिष के माध्यम से संतुष्ट किया एवं सही मार्ग दिखाया ।
मेरा शुरू से ही लक्ष्य रहा है की में ज्योतिष शास्त्र को लोगो मे प्रसारित करू और फलादेश के माध्यम से मानव जन की सेवा कर सकु क्योंकि ज्योतिष शास्त्र एक ऐसा शास्त्र है जिसमें एक अंधे आदमी को भी रास्ता दिखाई देना प्रतीत हो जाता है एवं इसके माध्यम से हम अपने भविष्य को सुगम बना सकते हैं ।
में 2010 से ज्योतिषिय क्षेत्र में कार्यरत हु और जिसमे मैने हजारो लोगो की कुंडलिया देखी और उनके बारे में भविष्यवाणीया की है एवं उसी के साथ कई ज्योतिष सम्मेलन में भी भाग लिया है मेरा ज्योतिष का अनुभव 8 साल का है।