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ख़ुशबू सोलंकी
वैदिक-ज्योतिष ओर वास्तु कला की पिछले 10 वर्षों से गहन अध्यन ओर अभ्यास कर रही हूँ।
विगत कुछ वर्षों के अध्यन के बाद मेने वैदिक-ज्योतिष ओर वास्तु की विद्या के बारे में बहुत कुछ ज्ञान अर्जित किया हे।
ओर जहाँ तक मेने इसके बारे में जाना ओर समझा हे ये आदिकाल से वेद-पुराणो में इस अनोखी विध्या का उल्लेख ओर चलन हे उस समय में अनेको ऋषि-मुनि साधु-संत इस विध्या का उपयोग बहुत ही सरल ओर सहज तरीक़ों से करते रहे हे जो बहुत ही प्रभावकारी,उपकारी ओर निरंकारी रहा हे।
इस विध्या से अनेको समस्याओं का समाधान बहुत ही सरल ओर आसान तरीक़ों से हो सकता हे।।
ओर अब इसीलिए मेरा ये मक़सद हे कि में भी वैदिक-ज्योतिष ओर वास्तु सलाहकार बन कर आम लोगों को उनके दुःख दर्द ओर समस्याओं से इस अदभूद्ध विद्या के उचित उपायों से इन आमजन की समस्याओं का समाधान करा सकु ओर आने वाले भविष्य में उनको संकटो का सामना नही करना
पड़े ओर प्रत्येक व्यक्ति निरोगी, सुखी, भयहीन ओर आत्मनिर्भर रहे।।
भगवान मुझे इस नेक कार्य के लिए अपना आशीर्वाद प्रदान करे