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जय श्री राधे कृष्णा मैं ज्योतिष आचार्य बबलू हमने ज्योतिष का अध्ययन श्री राम अयोध्या में आचार्य श्री गणेश दत्त द्विवेदी जी के सानिध्य में रहकर के किया गुरुदेव श्री ने मुझे बताया केक ज्योतिषाचार्य का क्या मतलब होता है गुरुजी ने बताया कि एक अच्छे ज्योतिषाचार्य का मतलब है अच्छी-अच्छी ज्योतिष को पढ़ना ग्रहों के बारे में समझना ग्रहों के बारे में रिसर्च करना रिसर्च करके कौन सी ग्रह किस भाव में बैठा है कौन से ग्रह कहां का कारक है कौन सी ग्रह किस भाव में दिग्बली होते हैं कौन सी ग्रह कितनी डिग्री पर किस भाव में नुकसान करते है और किस भाव में कितनी डिग्री पर हमें लाभ दिलाते है इत्यादि पूज्य गुरु जी के द्वारा अध्ययन किया गुरुजी ने बताया कि एक अच्छे ज्योतिषी का कार्य है कि ग्रहों के बारे में रिसर्च करके लोगों का कल्याण करना हमारे सामने आया हुआ व्यक्ति किस लग्न में मुझसे प्रश्न कर रहा है किस चीज से पीड़ित है कौन सा उपाय करने से इसको लाभ होगा हमने पूज्य गुरु जी के बताए अनुसार सभी पुस्तकों को पढ़कर के अच्छे से रिसर्च किया और लगभग हमने जो आज तक भविष्यवाणियां की है उससे लोग संतुष्ट पाए गए हैं