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मैंने अपने दादाजी के माध्यम से ज्योतिष शास्त्र का अध्ययन किया और ज्योतिष शास्त्र पढ़ने में ही अपनी रूचि बनाई मेरे दादा जी ज्योतिष शास्त्र के मर्मज्ञ और ज्योतिष के ज्ञाता थे उन्होंने एक हजार से भी ज्यादा जातकों की कुंडली परामर्श को देख करके उनके भविष्य स्वास्थ्य संबंधित सारी समस्याओं को बताया यह सब देख कर के मैं प्रभावित हुई और दादा जी से ज्योतिष शास्त्र सीखने का मन बना लिया