>
मैं आचार्य मनीष बचपन से ही संस्कृत विद्या का अध्ययन करने के लिए श्री धाम वृंदावन में गया 2009 से 2018 के बीच वृंदावन में ही अध्ययन का कार्य संपन्न हुआ उसके पश्चात 2018 से प्रयागराज में ज्योतिष का कार्यालय खोल करके अपना निजी के कुछ पूजा पाठ कर्मकांड अनुष्ठान से संबंधित कार्य कर रहा हूं मैं 2015 से ज्योतिष में जन्म पत्रिका बनाना वह देखने का कार्य कर रहा हूं