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Ram Navami 2025 - राम नवमी पर्व तिथि और मुहूर्त

हिंदू धर्म के सबसे प्रमुख त्योहारों में से एक है रामनवमी का त्यौहार। इस पर्व को मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम की जन्मोत्सव के रूप में मनाया जाता है। हिंदू पंचांग के अनुसार, भगवान श्री विष्णु के सातवें अवतार, भगवान श्रीराम का जन्म त्रेता युग में चैत्र शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को हुआ था। इसलिए रामनवमी को चैत्र शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को मनाया जाता है। रामनवमी भगवान श्री राम के जन्मोत्सव के साथ-साथ चैत्र नवरात्रि का अंतिम दिन भी होता है। इसलिए इसे पूरे भारत में बड़े ही धूमधाम और श्रद्धा के साथ मनाया जाता है।

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इसलिए मनाई जाती है रामनवमी (Ram Navami)

हिंदू शास्त्रों के अनुसार, जब-जब धरती पर पाप बहुत अधिक बढ़ जाता है तब-तब भगवान विष्णु अधर्म का नाश करने के लिए अवतार लेते हैं। त्रेतायुग में भगवान विष्णु ने राम और माता लक्ष्मी ने सीता का मानव रूप में अवतार लिया था। जिस दिन भगवान श्रीराम ने माता कौशल्या के कोख से जन्म लिया था, उस दिन चैत्र शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि थी। इसी कारणवश इस तिथि को रामनवमी के रूप में मनाया जाता है।

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राम नवमी 2026 पूजा विधि (Ram Navami Puja Vidhi 2026)

• रामनवमी के दिन सुबह उठकर स्नान कर ले और स्नान करने के पश्चात स्वच्छ वस्त्र धारण कर ले।

• इसके पश्चात आप पूजन सामग्री के साथ पूजा स्थल पर बैठे।

• पूजा में तुलसी पत्ता और कमल का फूल अवश्य होना चाहिए।

• इसके बाद श्रीराम की मूर्तियों को गंगाजल से स्नान कराएं।

• इसके बाद रामनवमी की पूजा षोडशोपचार करें।

• इस दिन रामलला की मूर्ति को फूल से सुसज्जित करके पालने में झुलाना चाहिये।

• इसके बाद रामायण तथा रामरक्षास्त्रोत का पाठ करें।

• इसके पश्चात खीर और फलों का प्रसाद तैयार करें।

• इस दिन भगवान श्री राम के साथ-साथ हनुमान जी की भी पूजा करें।

• पूजा हो जाने के पश्चात प्रसाद का वितरण करें।

Ram Navami के पावन अवसर पर भगवान श्रीराम और सीता माता का आशीर्वाद प्राप्त करें। वैवाहिक जीवन की खुशियों और स्थिरता हेतु कुंडली मिलान कराएं और अपने रिश्ते को मजबूत व मंगलमय बनाएं।

राम नवमी तिथि 2026 (Ram Navami 2026 Tithi) —

• वर्ष 2026 में राम नवमी 26 मार्च, गुरुवार के दिन मनाई जाएगी। 
• राम नवमी मुहूर्त (मध्याह्न पूजा): 11:13 पूर्वाह्न से 1:41 अपराह्न तक। 
• अवधि: 2 घंटे 27 मिनट। 
• राम नवमी मध्याह्न क्षण: 12:27 अपराह्न।

राम नवमी पर श्रीराम की कृपा के साथ धारण करें अपनी कुंडली अनुसार चुना गया शुभ रत्न (Gemstone) और अनुभव करें सौभाग्य, सफलता और शांति।

राम नवमी पर धर्म और भक्ति की शक्ति तभी बढ़ती है जब पितरों का आशीर्वाद साथ हो – पितृ पक्ष के महत्व को जानना न भूलें:- Pitru Paksha Rules | 2025 Pitru Paksha - Shradh 2025 Significance and Importance | 10 Ways To Remove Pitra Dosh Effects and Remedies | Pitru Paksha in Hindi | 2025 पितृ पक्ष श्राद्ध – 2025 श्राद्ध में क्या करे और क्या नहीं | Pitra Dosh - पितृदोष लगने के कारण और निवारण


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