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वास्तु का सही होना इतना जरुरी हैं कि अगर यह बिगड़ा हुआ हो तो आपकी जिंदगी बिगाड़ देती है। इस समय हम लोगों का जीवन इतना ज्यादा कंजस्टेड हो गया है कि हम वास्तु को जिंदगी में पूरी तरह से या सही तरीके से शामिल नहीं कर पाते है। जिस घर का वास्तु ठीक होता है वह घर खुशहाल रहता है। हिंदू धर्म की मान्यताओं के अनुसार किसी भी कार्य को करने से पहले वास्तु का ध्यान रखना और उसका सही होना बहुत जरूरी है। ऐसा ना करने पर अच्छे कार्य के लिए किए गए प्रयास भी असफल हो जाते हैं। आचार्य राधे जी ज्योतिष और वैदिक ज्योतिष के साथ-साथ वास्तु के भी विशेषज्ञ हैं। साल 2004 में नई दिल्ली स्थित राष्ट्रीय संस्कृत संस्थान से शास्त्री करने के बाद वाराणसी स्थित संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय साल 2007 में आचार्य अभी किया है। पिछले 10 सालों से आचार्य राधे जी अपने विशेष ज्ञान, ज्योतिष, वैदिक ज्योतिष तथा वास्तु शास्त्र के माध्यम से हजारों लोगों का जीवन उद्धार कर चुके हैं। अपने ज्योतिष विद्या का उपयोग राधे जी लोगों के जीवन में सुख समृद्धि लाने, जीवन में आने वाले उतार-चढ़ाव को स्थिर करने के साथ साथ व्यापार में भी ऊंचाई पर पहुंचाने के लिए अपनी शिक्षा का इस्तेमाल करते है। आचार्य राधे जी राशिफल का विश्लेषण करने में माहिर हैं। वह अब तक हजारों राशिफल का सूक्ष्म अध्ययन कर उन कारणों की खोज निकालने में सफल रहे हैं जिसकी वजह से लोग अपने जीवन में विफल हो जाते हैं। इसके अलावा कारण जानने के बाद उसके निवारण का भी मार्ग परस्त कर लोगों का उद्धार किया है। मेहनत तो हर कोई करता है। कोई कम करता है, तो कोई ज्यादा लेकिन इसके बावजूद व्यापार में वह सही मुकाम हर कोई हासिल नहीं कर पाता है।लोग मानते हैं कि मेहनत पर ही समृद्धि निर्भर है लेकिन सुख और शांति के लिए सिर्फ मेहनत से काम नहीं चलता बल्कि इसके लिए घर का वास्तु भी सही होना उतना ही जरूरी है जितना आपका व्यवहार महत्वपूर्ण होता है। ईंट की दीवारों से बनी बिल्डिंग मकान हो सकता है, फ्लैट हो सकता है लेकिन एक घर नहीं हो सकता।घर परिवार से बनता है और परिवार की सुख समृद्धि के लिए जरूरी है कि आपका वास्तु बेहतर हो इसलिए गुरुजी आपको वह सभी वास्तु टिप्स देते हैं जिसके माध्यम से आप परिवार के सदस्यों की खुशियों से भरा एक घर बना सकें। अपने जीवन की पीड़ा और दुखों को लेकर आने वाले हर दुखभोगी आचार्य जी के वास्तु टिप्स और सलाह से खुद को धन्य मानकर खुशी-खुशी अपने खुशहाल जीवन में लौट पाया है। आचार्य जी के टिप्स पाकर ऐसे लोग खुद को भाग्यशाली समझने लगे क्योंकि उनके टिप्स से ना केवल उनके व्यापार में बढ़ोतरी हुई बल्कि उनके घर में भी खुशहाली के दीए जलने लगे। आचार्य जी पिछले 2 सालों से हमारी वेबसाइट के साथ जुड़े हुए हैं। आचार्य जी प्रतिदिन दोपहर 12:00 बजे से शाम4:30 बजे तक उपलब्ध रहते हैं।वह हिंदी तथा संस्कृत भाषा में उपचार करने में सक्षम हैं।